श्रीअवध महिमा चैत्रे मासि च सम्प्राप्ते नवमी
सृष्टि के आरंभ से ही देवी माँ का स्वरूप विद्यमान रहा है।
गंगा बड़ी न गोदावरी, न तीरथ बड़े प्रयाग। सबसे बड़ी
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